ओखला के प्रमुख मुद्दे और जनता की उम्मीदें
ओखला के रहने वाले लोगों के लिए सुविधाओं की कमी साफ-सफाई,सड़क, प्रदूषण, ट्रैफिक जाम, और रोजगार के अवसरों की कमी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे अहम हैं, writes Fiyaz ul Mustufa.
इस पूरे इलाके कि सबसे बड़ी समस्या साफ-सफाई की है जिसकी वजह से जगह-जगह कूडे़ के बड़े-बड़े ढेर लगे हुए रहते हैं।नालों के अंदर कूड़ा जमा हुआ रहता है जिसकी वजह से ओखला की आम जनता को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।इसी तरह इस इलाके की सड़कें भी जर्जर हालत में हैं जिससे आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
प्रदूषण को लेकर भी लोगों में चिंता बनी हुई है।
सीवर और जल निकासी की समस्या भी यहां के नागरिकों के लिए बड़ी चुनौती है। मानसून के दौरान सड़कें जलभराव से भर जाती हैं, जिससे यातायात बाधित होता है और बीमारियों का खतरा बढ़ता है। स्थानीय लोग नियमित रूप से बेहतर सीवर सिस्टम की मांग कर रहे हैं।
ओखला क्षेत्र में कई झुग्गी-झोपड़ी बस्तियां हैं, जहां रहने वाले लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की गंभीर कमी का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के सरकारी स्कूल और अस्पताल बेहतर ढांचे और इलाज की कमी से जूझ रहे हैं।
ट्रैफिक और सार्वजनिक परिवहन व रोजगार के अवसरों की कमी
घनी आबादी इसे ट्रैफिक जाम की समस्या से भी जूझने पर मजबूर करता है। सार्वजनिक परिवहन को सुलभ और सुव्यवस्थित बनाने की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है।
जनता की उम्मीदें आगामी चुनावों में ओखला की जनता विकास,साफ-सफाई, शिक्षा, स्वास्थ्य, और स्वच्छता जैसे बुनियादी मुद्दों पर ठोस कदम चाहती है।
यह जरूरी मुद्दे ही यहां के चुनावी माहौल को निर्धारित करेंगे। अब देखना यह है कि राजनीतिक पार्टियां इन मुद्दों पर कितनी गंभीरता दिखाती हैं।